शनिवार, 1 मार्च 2014

तीन चौथाई: तीन चौथाई काव्य संसार

तीन चौथाई: तीन चौथाई काव्य संसार:

गजल

गरीबी और गरीबों पर चर्चा होती रहती है। 
मगर मेरी मुफलिसी, तनिक भी कम नहीं होती... तीन चौथाई

1 टिप्पणी:

  1. वाह सर! बहुत खूब॥
    एक आग्रह है कृप्या आपने ब्लाग से word verification हटा दीजिए जिससे टिप्पणी करने मेँ सुविधा हो।
    आपके पाठक प्रतिक्रिया देना चाहते हैँ किँतु computer महाशय टिप्पणी करने के लिए धमकी देते हैँ कि पहले ये टाईप करो फिर कुछ प्रतिक्रिया दो:-)

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