रविवार, 2 जून 2013

तीन चौथाई: तीन चौथाई साहित्य संसार

तीन चौथाई: तीन चौथाई साहित्य संसार

डॉ. नामवर सिंह ने शुरुआती दिनों में कई तरह का सृजनात्मक लेखन किया। बाद में वे आलोचना और वक्तृत्व के नए प्रतिमान बनाने में इतने व्यस्त हो गए कि यह पक्ष छूट गया। उनकी प्रारंभिक रचनाएं पिछले दिनों प्रकाशित हुई हैं। प्रस्तुत हैं उनमें से कहानी की कहानी और कुछ कविताएं 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें