तीन चौथाई: अपनों की दुनिया: पत्थर हो गया
साहिल था अब आंसुओं का समंदर हो गया ,
ए. दुष्यंत युवा कवि व पत्रकार।
इस पत्थर के शहर में मैं भी पत्थर ह...
मंगलवार, 22 नवंबर 2011
बुधवार, 16 नवंबर 2011
तीन चौथाई: काव्य संसार
तीन चौथाई: काव्य संसार: फेंटो
फेंटो और फेंटो
खूब फेंटो
एक-एक पत्ते फेंट डालो
कवि मन
विश्वास नहीं है तुम पर
...
फेंटो और फेंटो
खूब फेंटो
एक-एक पत्ते फेंट डालो
कवि मन
विश्वास नहीं है तुम पर
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मंगलवार, 1 नवंबर 2011
तीन चौथाई: चित्र संसार
तीन चौथाई: चित्र संसार: ये तस्वीरें दिल्ली के लालकिला स्थित संग्रहालय से ली गई हैं। कुछ तस्वीरें आगरा की भी हैं।
बात उन दिनों की है जब हम मेरठ ...
बात उन दिनों की है जब हम मेरठ ...
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